·69 Просмотры
·13 Plays
·1 Поделились
·0 предпросмотр
-
-
चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ में दिन रात à¤à¤• कर देने वाली ISRO वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•ों की टीम पर गरà¥à¤µ है और चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨- ३ की सफलता पर बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ बधाई |
à¤à¤¾à¤°à¤¤ विशà¥à¤µ का पहला देश बना जिसने चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨ -२ की असफलता को ही सफलता में बदलने का जोश और जूनून बनाया | और कर दिखाया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ अब विशà¥à¤µà¤—à¥à¤°à¥ के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š शिखर की देहलीज पर आ खड़ा हà¥à¤† है |
सà¤à¥€ देशवाशी और सचà¥à¤šà¥‡ सनातनी जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨ -३ की सफलतम लैंडिंग के लिठअपने अपने इषà¥à¤Ÿ से करबदà¥à¤§ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की, हवन पूजन किया तो à¤à¤¸à¤¾ लगा जैसे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ शमà¥à¤à¥‚ अपनी जटाओं को खोलकर चाà¤à¤¦ को à¤à¤¾à¤°à¤¤ को गोद में समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया |
à¤à¤¾à¤°à¤¤ के यशसà¥à¤µà¥€ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ नमो जी के सामने दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ यूठही नहीं à¤à¥à¤• रही है बलà¥à¤•ि देश के हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का वो असीमित हौसला और सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ से à¤à¤° देने वाली à¤à¤• अवतरित सखà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤¤ हैं |
🇮🇳🇮🇳जय हिनà¥à¤¦ जय à¤à¤¾à¤°à¤¤ðŸ‡®ðŸ‡³ðŸ‡®ðŸ‡³·117 Просмотры ·1 Поделились ·0 предпросмотр -
जापान à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ देश है जहां पर जब à¤à¥€ कोई खाने वाली सामान महंगी हो जाती है तो वहां के लोग उसे खाना ही छोड़ देते हैं। और फिर वह अपने आप ससà¥à¤¤à¥€ हो जाती है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोई पूछता ही नहीं उसको।
और हमारा देश! यह à¤à¤¸à¤¾ देश है जहां पर जो सामान जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महंगा होता है लोग उसे खरीद कर अपने आपको बड़ा महसूस करते हैं। अà¤à¥€ इस समय टमाटर पर चरà¥à¤šà¤¾ हो रही है कि टमाटर बहà¥à¤¤ महंगा हो गया।
टमाटर बहà¥à¤¤ महंगा हो गया रे।
मैं कहता हूं टमाटर खाना ही छोड़ दो अपने आप ससà¥à¤¤à¤¾ हो जाà¤à¤—ा।
आपको कà¥à¤¯à¤¾ लगता है कि दो-चार 10 दिन टमाटर खाना छोड़ देंगे तो विटामिन की कमी हो जाà¤à¤—ी या फिर आप दà¥à¤¬à¤²à¥‡ हो जाà¤à¤‚गे या फिर आपकी शारीरिक बनावट बदल जाà¤à¤—ी।
à¤à¤• महीना टमाटर खाना छोड़ दीजिà¤à¥¤
और हां जापान दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ का सबसे विकसित देश और औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िकी के मामले में सबसे बड़ा देश à¤à¤¸à¥‡ ही नहीं बना है उसकी सोच बड़ी है।
âœï¸âœï¸âœï¸âœï¸ मनीष कà¥à¤®à¤¾à¤° मीणा·106 Просмотры ·1 Поделились ·0 предпросмотр -
"खेजड़ी" अपने जिंदगी के आखिरी पड़ाव में..
खेजड़ी à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ वृकà¥à¤· है जो अपनी जड़ों से पानी सोखता है ,कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ कि राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में पानी की कमी होती है इसलिठयहां वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ अपने आप पानी की पूरà¥à¤¤à¤¿ करती है और केर सांगरी जैसे फल देती है
इसको बोलते हैं निसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ सेवा जो बिना कà¥à¤› लिठआपको बहà¥à¤¤ कà¥à¤› देती है।।·85 Просмотры ·1 Поделились ·0 предпросмотр -
Больше